गुरुनानक देव जी की जयन्ती प्रकाश पर्व पर विद्या भारती मध्यभारत प्रांत के पाइपर बैण्ड दल ने बैतूल नगर में न्यू बैतूल स्कूल से शिवाजी ऑडिटोरियम तक पथ संचलन निकाला व गंज स्थित गुरुद्वार पहुँचकर बैंड धुन के द्वारा गुरुनानक देव जी की मान वन्दना की। भारत भारती सहित प्रदेश के पाँच विद्यालयों के पाइपर बैण्ड का का संचलन देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गये । पाँच दल एक दल छात्राओं का भी था। संचलन के मध्य में गुरुनानक देव की झाँकी सबका मन मोह रही थी।
समापन कार्यक्रम में बैण्ड दल व उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए भारत भारती के सचिव मोहन नागर ने कहा कि पाँच सौ वर्ष पूर्व गुरुनानक देव जी के द्वारा समाज को दी गई शिक्षा आज भी प्रासंगिक है । उन्होंने भेदभाव रहित समाज में करुणा, प्रेम, सेवा व समर्पण का सन्देश दिया । गुरु नानक देव जी की शिक्षा समानता का सन्देश देती है। गुरु नानक जी की शिक्षा का मूल भाव यही है कि परमात्मा एक, अनन्त, सर्वशक्तिमान और सत्य है। वह सर्वत्र व्याप्त है। नाम−स्मरण सर्वोपरि तत्त्व है।
कार्यक्रम के पूर्व भारत भारती में पाँच विद्यालय भारत भारती बेतुल, शारदा विहार भोपाल, रानी दुर्गावती रायसेन, विद्यापिठ शिवपुरी और केदारधाम ग्वालियर के बीच पाइपर बैण्ड प्रतियोगिता संपन्न हुए। जिसमें विजेता दल के रुप में रानी दुर्गावती रायसेन छात्रावास की बहिने प्रथम स्थान एवं भारत भारती आवासीय विद्यालय बेतुल के भैैया द्वितीय स्थान पर रहे।
कार्यक्रम में विद्या भारती के नगरीय शिक्षा के सह प्रमुख श्री चन्द्रहंस पाठक, प्रांतीय घोष प्रमुख, सतीश अग्रवाल, ग्रामीण शिक्षा के अध्यक्ष श्री सुजीत शर्मा एवं श्री दीपक चंदेवा, श्री हरपाल सोलंकी, श्री बालाराम साहू सहित नगर से गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । घोषदल के 125 सदस्यों व कार्यकर्ताओं ने गंज स्थित गुरुद्वारा पहुँचकर मत्था टेका व बैंड धुन के द्वारा गुरु नानकदेव की मान वन्दना की व लंगर छका । इस अवसर पर सिक्ख समाज के बन्धुओं ने सभी का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।