धार्मिक कथा स्थल के मुख्य द्वार का नाम बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखना अनुकरणीय पहल

राजगढ़ के खिलचीपुर में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा का आयोजन

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    26-Jun-2023
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Dr ambedkar
 
फाइल फोटो........
 
भोपाल। राजगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले खिलचीपुर में प्रख्यात कथावाचक पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा में आयोजकों द्वारा संविधान निर्माता एवं सामाजिक समरसता के प्रेरणास्त्रोत डॉ भीमराव आंबेडकर के नाम पर मुख्य द्वार बनाया है। कथा के आयोजकों द्वारा यह सराहनीय कदम उठाया गया है क्योंकि डॉ आम्बेडकर अनुसूचित जाति के बंधुओं एवं समाज के सभी वर्गों के लिए श्रद्धा के केंद्र हैं। उन्होंने जीवन पर्यंत हिंदू समाज को एकजुट रखकर सद्भावना एवं सौहार्द्र बनाए रखने का कार्य किया है।
 
आयोजकों ने कथा स्थल पर बाबा साहब के नाम पर मुख्य द्वार बनाने के साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति सहित सभी समाजों के महान संत, महापुरुष एवं स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कथास्थल समर्पित करके सामाजिक समरसता का सन्देश दिया है। यहाँ पर संत वाल्मीकि, संत रविदास, संत कबीर दास के चित्र भी परिसर में लगे हैं। नारी शिक्षा के क्षेत्र में काम कर शिक्षा की क्रांति लाने वाले ज्योतिबा फुले-सावित्रीबाई फुले के द्वार भी कथास्थल पर बनाए गए हैं। इसके साथ ही अपना सर्वस्व न्योछावर कर प्राणों का बलिदान देकर देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले श्रद्धेय बिरसा मुंडा, श्रद्धेय मामा टंट्या मामा, श्रद्धेय राणा पूंजा भील के चित्र व जीवन परिचय बनाकर इनके श्री चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करने का पुनीत कार्य किया गया है।
 
सामाजिक समरसता आपसी प्रेम, भाईचारा, सौहार्द बनाये रखने वाला है यह कदम
 
समाज के अंदर लंबे समय से दो प्रकार की शक्तियां काम करती रही हैं। एक सकारात्मक कार्य एवं विचार के माध्यम से समाज को एकजुट बनाए रखने में लगी है। तो वहीं दूसरी शक्ति नकारात्मक कार्य एवं विचारों के माध्यम से अपने निजी स्वार्थों के लिए समाज को तोड़ने का काम लगातार कर रही है।
 
ऐसे ही कुछ तथाकथित लोगों द्वारा सामाजिक समरसता और सद्भावना के क्षेत्र में उठाए गए इस कदम का अपने निजी स्वार्थों एवं एवं राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए विरोध किया जा रहा है जो कि निश्चित तौर पर निंदनीय है। कथा आयोजकों द्वारा सामाजिक समरसता आपसी प्रेम, भाईचारा, सौहार्द्र एवं एक दूसरे की मदद करने की भावना हो रखने वाले बाबा साहब को प्राथमिकता देकर सकारात्मक दिशा में देश को ले जाने के लिए कार्य किया है। इससे प्रेरित होकर भविष्य में अन्य वर्ग भी इस प्रकार के आयोजनों में बाबा साहब के प्रति सम्मान सम्मान देने का कार्य करेंगे।
 
सामाजिक समरसता हित रक्षक मंच के रामचरण वर्मा, अमृतलाल ब्रजवासी, नरेन्द्र वर्मा, प्रमोदसिंह, पप्पू वर्मा जीरापुर, जगदीश वर्मा, गोविन्द मालवीय, ब्रज चौहान, रामप्रसाद वर्मा, मुकेश भारती, देवीलाल मालवीय, रमेशचन्द्र वर्मा, कमलसिंह कटारिया खेड़ी, रमेशकुमार गुनरिया ने आयोजकों के इस कदम की सराहना की है।